दिल बेचारा
दिल बेचारा ,दिल बेचारा
मैंने तुमको संवारा है
मै हूं एक कुंवारा
तेरी मोहब्बत का मारा हूं
सारा का सारा
मै बन गया हूं किनारा
दिल हुआ बेचारा
दिल हुआ बेचारा
दिल हुआ बेचारा
टूटने ना देंगे हम
दिल से दिल जोड़ लेना है
मै बन गया बेचारा
एक मुलाकात होने दे जरा
इक बात होने दे जरा
कसम खुदा की साथ छोड़ेंगे नहीं
कसम खुदा की दिल तोड़ेंगे नहीं
में किस्मत का मारा हूं
मैं हूं आवारा
दिल बेचारा,दिल बेचारा
तेरे सांसों का दम बाकी है
खोने न देंगे हम
क्योंकि जान अभी बाकी है
तू ही मेरी मंज़िल है
तू ही एक खामिल है
तेरे लिए जान भी देंगे हम
तेरे सिवा जी ना पाएंगे
किसी को जानेंगे नहीं हम और तुम
मै हूं बेचारा,तू है बेचारी
मेरे दिल बेचारा
दिल बेचारा,दिल बेचारा
दिल बेचारा,दिल बेचारा।।
अभिजीत रंजन
बलिया,उत्तरप्रदेश
ranjanabhijit93@gmail.com
संजय भास्कर
14-Apr-2021 01:06 PM
बहुत सुन्दर लिखा है आपने !
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Apeksha Mittal
31-Mar-2021 08:05 PM
बहुत अच्छा
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ABHIJIT RANJAN
31-Mar-2021 10:46 PM
जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका आभार आदरणीय
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